नाइट फ्रैंक की प्रमुख वेल्थ रिपोर्ट 2025
2028 तक भारत में दौलतमंदों की तादाद होगी 93,753 नाइट फ्रैंक वेल्थ रिपोर्ट 2025 का अनुमान
अगली पीढ़ी के 46.5% अमीर भारतीयों का सपना—अपनी खुद की लग्जरी कार
मुंबई, 05 मार्च, 2025: नाइट फ्रैंक की प्रमुख वेल्थ रिपोर्ट 2025 के अनुसार, भारत में हाई नेटवर्थ व्यक्तियों (एचएनडब्लूआई-HNWI) की संख्या में 9.4% की वृद्धि होने का अनुमान है। इसमें वे लोग शामिल हैं, जिनकी संपत्ति 10 मिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक है। 2024 में भारत में एचएनडब्लूआई की अनुमानित संख्या 85,698 है, जो 2028 तक बढ़कर 93,753 होने की उम्मीद है। यह भारत में बढ़ती समृद्धि और आर्थिक विकास को दर्शाता है।
यह वृद्धि भारत की मजबूत दीर्घकालिक आर्थिक प्रगति, निवेश के बढ़ते अवसरों और विकसित होते लक्ज़री बाजार को दर्शाती है, जो देश को वैश्विक संपत्ति सृजन में एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी के रूप में स्थापित कर रही है। 2024 में, भारत में एचएनडब्लूआई की संख्या सालाना आधार पर (वर्ष दर वर्ष) 6% बढ़ी, जो 2023 में 80,686 थी और अब 2024 में 85,698 हो गई है।
भारत में दुनिया के 3.7% धनी व्यक्तियों का निवास है और यह अमेरिका (905,413 एचएनडब्लूआई), चीन (471,634 एचएनडब्लूआई) और जापान (122,119 एचएनडब्लूआई) के बाद चौथे स्थान पर है।
Country | HNWI Population (US$ 10M+) | Share of Global US$10m+ Population |
US | 905,413 | 38.7% |
China | 471,634 | 20.1% |
Japan | 64,988 | 5.2% |
India | 85,698 | 3.7% |
Germany | 69,798 | 3% |
Source: Knight Frank research
2024 में वैश्विक स्तर पर हाई नेटवर्थ इंडिविजुअल्स (एचएनडब्लूआई) की संख्या सालाना आधार पर 4.4% बढ़कर 2,341,378 हो गई, जो एक साल पहले 2,243,300 थी। इस साल एचएनडब्लूआई की संख्या में उत्तरी अमेरिका सबसे आगे रहा, लेकिन दुनिया के सभी क्षेत्रों में भी बढ़त दर्ज की गई। एशिया में 5% की दूसरी सबसे बड़ी वृद्धि हुई, इसके बाद अफ्रीका में 4.7%, ऑस्ट्रेलिया में 3.9%, मध्य पूर्व में 2.7%, लैटिन अमेरिका में 1.5%, और यूरोप में 1.4% की सालाना वृद्धि दर्ज की गई।
10 मिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक संपत्ति वाले अमीर व्यक्तियों की संख्या के मामले में अमेरिका दुनिया में पहले स्थान पर है, जहां दुनिया के कुल अमीरों का लगभग 39% हिस्सा रहता है, जो चीन की तुलना में लगभग दोगुना है।
2024 में भारत में अरबपतियों की संख्या में 12% की सालाना वृद्धि दर्ज की गई। अब भारत में कुल 191 अरबपति हैं, जिनमें से 26 नए अरबपति सिर्फ पिछले एक साल में इस सूची में शामिल हुए। 2019 में यह संख्या मात्र 7 थी।
भारतीय अरबपतियों की कुल संपत्ति लगभग 950 बिलियन अमेरिकी डॉलर आंकी गई है, जिससे भारत अमेरिका (5.7 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर) और मेनलैंड चीन (1.34 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर) के बाद तीसरे स्थान पर आ गया है।
नाइट फ्रैंक इंडिया के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर, शिशिर बैजल ने कहा, "भारत की बढ़ती संपत्ति उसकी आर्थिक मजबूती और दीर्घकालिक विकास क्षमता को दर्शाती है। देश में हाई नेटवर्थ व्यक्तियों की संख्या में ऐतिहासिक वृद्धि देखी जा रही है, जो बढ़ती उद्यमशीलता, वैश्विक एकीकरण और उभरते उद्योगों से प्रेरित है।"
उन्होंने आगे कहा, "यह विकास केवल संख्या तक सीमित नहीं है, बल्कि भारत के अमीर निवेशकों की प्राथमिकताएं भी बदल रही हैं। वे रियल एस्टेट से लेकर वैश्विक शेयर बाजारों तक, विभिन्न परिसंपत्ति वर्गों में निवेश कर रहे हैं। आने वाले दशक में, वैश्विक संपत्ति सृजन में भारत की भूमिका और अधिक प्रभावशाली होगी।"
प्राइम इंटरनेशनल रेजिडेंशियल इंडेक्स (PIRI 100) में वैश्विक स्तर पर बढ़त
2024 में प्राइम इंटरनेशनल रेजिडेंशियल इंडेक्स (PIRI 100) की कीमतों में 3.6% की बढ़ोतरी हुई, जिससे वैश्विक लक्ज़री आवासीय बाजार में स्थिर वृद्धि दर्ज की गई। जिन 100 लक्ज़री हाउसिंग मार्केट्स को ट्रैक किया गया, उनमें से 80 बाजारों में कीमतों में बढ़ोतरी या स्थिरता देखने को मिली।
सियोल 18.4% सालाना वृद्धि के साथ पहले स्थान पर है, जबकि मनीला, जो पिछले साल सबसे आगे था, 17.9% की वृद्धि के साथ दूसरे स्थान पर आ गया है। इसके बाद, दुबई (16.9%), रियाद (16%) और टोक्यो (12.1%) सालाना वृद्धि के साथ शीर्ष पांच में शामिल हैं।
भारतीय शहरों में, दिल्ली 18वें स्थान पर है। यहां लग्जरी आवासीय कीमतों में 6.7% की सालाना बढ़त देखने को मिली है डो एक बड़ा उछाल है। मुंबई 21वें स्थान पर है, जबकि बेंगलुरु 40वें स्थान पर है। बेंगलुरु और दिल्ली दोनों ने सालाना आधार पर अपने रैंक में सुधार किया है। दिल्ली 2023 में 37वें स्थान से 2024 में 18वें स्थान पर पहुंच गई है। जबकि बेंगलुरु 59वें स्थान से 40वें स्थान पर पहुंच गया है। मुंबई पिछले साल के तेरह स्थान नीचे गिरकर 21वें स्थान पर आ गया है।
1 मिलियन अमेरिकी डॉलर में कितनी जगह खरीदी जा सकती है?
मोनाको दुनिया के सबसे महंगे शहर के रूप में अपनी बादशाहत कायम रखे हुए है। यहां 1 मिलियन अमेरिकी डॉलर में आपको 19 वर्ग मीटर जगह मिल सकती है, उसके बाद 2024 में हांगकांग (22 वर्ग मीटर) और सिंगापुर (32 वर्ग मीटर) का स्थान आता है। तुलनात्मक रूप से मुंबई में इतने पैसे में कोई व्यक्ति 99 वर्ग मीटर प्राइम रेसीडेंसियल रियल एस्टेट खरीद सकता है, जो कि 3% की दशकीय गिरावट को दर्शाता है, क्योंकि यहां जगह महंगी हो गई है। इसके विपरीत, दिल्ली और बेंगलुरु में प्राइम प्रॉपर्टी की कीमतें 10 वर्षों में कम हुई हैं। यहां 1 मिलियन अमेरिकी डॉलर में क्रमशः 208 वर्ग मीटर और 370 वर्ग मीटर जगह खरीदी जा सकती है। इस गिरावट के चलते दिल्ली और बेंगलुरु में दशकीय आधार पर 1 मिलियन अमेरिकी डॉलर में 11% और 9% ज्यादा जमीन खरीदी जा सकती है।
मुंबई, दिल्ली और बेंगलुरु के लिए 1 मिलियन अमेरिकी डॉलर में क्रय योग्य क्षेत्र (वर्ग मीटर में) (10-वर्ष की तुलना)
Cities | 2014 | 2024 | % change |
Mumbai | 102 | 99 | -3 |
Delhi | 187 | 208 | 11 |
Bengaluru | 336 | 370 | 9 |
Source: Knight Frank Research
नेक्स्ट जेन सर्वे: भारत में नई पीढ़ी की लग्जरी खरीदारी की चाहत
वेल्थ रिपोर्ट सर्वे के मुताबित, 46.5% नेक्स्ट जेन इंडियन हाई नेट-वर्थ इंडिविजुअल्स (HNWI) ने लग्जरी कार खरीदने की ख्वाहिश जाहिर की है। हाई एंड रियल एस्टेट दूसरी पसंदीदा लग्जरी संपत्ति बनकर उभरी है। लगभग 25.7% नेक्स्ट जेन इंडियन्स ने लग्जरी घर खरीदने की ख्वाहिश जताई है। कला संग्रह, निजी जेट और सुपरयॉट अन्य श्रेणियां हैं जिन्हें लग्जरी निवेश की प्राथमिकता के रूप में बताया गया है। नाइट फ्रैंक का नेक्स्ट जेनरेशन सर्वे, 18 से 35 वर्ष की आयु के व्यक्तियों और 125,000 अमेरिकी डॉलर से अधिक आय वाले व्यक्तियों के बीच किया गया अपनी तरह का पहला वैश्विक अध्ययन है, जिसमें नई पीढ़ी की प्राथमिकताओं और पसंद के बारे में नई जानकारी प्रदान करता है।
वैश्विक स्तर पर, अगली पीढ़ी के 29.8% व्यक्तियों ने उच्च स्तरीय महंगी अचल संपत्ति को प्राथमिकता दी है, इसके बाद लक्जरी कार (27.8%) और निजी जेट (15.1%) का नंबर आता है।
नेक्स्ट जेन भारतीयों की लक्जरी संपत्तियों के मालिक बनने की आकांक्षा
Luxury Assets | % of Next Gen Indian HNWIs |
Luxury car | 46.5% |
High-end real estate | 25.7% |
Art Collection | 11.9% |
Private jet | 9.9% |
Superyacht | 4% |
others | 2% |
Source: Knight Frank’s The Wealth Report 2025
नाइट फ्रैंक लक्ज़री निवेश इंडेक्स
नाइट फ्रैंक लक्ज़री इन्वेस्टमेंट इंडेक्स, जो 10 लोकप्रिय शौकिया निवेशों के प्रदर्शन को ट्रैक करता है, यह दर्शाता है कि हैंडबैग 2024 में सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाली लक्ज़री संपत्ति रही, जिसकी कीमतों में 2.8% की वृद्धि हुई।
हालांकि, 2024 में वित्तीय बाजारों में जबरदस्त तेजी आई, लेकिन नाइट फ्रैंक लक्जरी इन्वेस्टमेंट इंडेक्स में 3.3% की गिरावट दर्ज की गई, जिससे यह लगातार दूसरे वर्ष नकारात्मक वृद्धि दिखाने वाला इंडेक्स बन गया। इस बदलाव ने निवेशकों और संग्राहकों को एक ऐसे माहौल में डाल दिया, जहां दुर्लभ वस्तु होना अब अच्छे रिटर्न की गारंटी नहीं देता।
2024 में दस संग्रहणीय वस्तुओं के क्षेत्रों में से पांच ने मामूली वृद्धि दर्ज की, लेकिन यह बढ़त सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाली संपत्तियों के लिए भी सीमित रही।
सबसे चौंकाने वाला प्रदर्शन क्लासिक कारों का रहा, जिनकी कीमतों में 2024 में सिर्फ 1.2% की वृद्धि हुई। हैंडबैग्स की कीमतों में धीमी वृद्धि के बावजूद, बाजार में इनकी मजबूत मांग बनी रही।
वेल्थ रिपोर्ट 2024 के अनुसार, "ब्लैक टोगो लेदर में हर्मेस बिर्किन, जिसे सबसे प्रतिष्ठित क्लासिक हैंडबैग माना जाता है, अब सेकेंडरी मार्केट में पहले से कहीं अधिक मूल्यवान हो गया है।"
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