हार्टफुलनेस निबंध कार्यक्रम’
हार्टफुलनेस इंस्टिट्यूटद्वारा छात्रों में–मूल्य आधारित विचारधारा विकसितकरने के लिएआयोजित निबंधलेखन कार्यक्रमके विजेताओं
की घोषणा
- हार्टफुलनेसके मार्गदर्शकश्री कमलेश पटेल (दाजी),अपोलो हॉस्पिटलकी वाईस-चेयरपर्सन उपासनाकामिनेनी, भूतपूर्व ओलम्पिकविजेता अभिनवबिंद्रा, चीफ नेशनलबैडमिंटन कोचपुलेला गोपीचंद औरभारतीय पैरा-बैडमिंटन खिलाड़ीमानसी जोशी नेछात्रों कोभविष्य कानेतृत्व सँभालनेके लिएप्रेरित किया|
23 फरवरी 2021: हार्टफुलनेस एजुकेशनट्रस्ट ने ‘हार्टफुलनेस निबंध कार्यक्रम’ के 28 वेंसंस्करण केविजेताओं कीघोषणा कीजिसको सितम्बर 2020 में आरंभकिया गयाथा| बसंतपंचमी केशुभ अवसरपर एकवर्चुअल उत्सवमें हार्टफुलनेसके मार्गदर्शकश्री कमलेशपटेल (दाजी), अपोलो हॉस्पिटलकी वाईस-चेयरपर्सन उपासनाकामिनेनी, बैडमिंटनअकादमी केचीफ नेशनलबैडमिंटन कोचपुलेला गोपीचंद, अभिनव फ्यूचरिस्टिक्सप्राइवेट लिमिटेडके संस्थापकएवं सीईओव भूतपूर्वओलम्पिक विजेताअभिनव बिंद्रा, और भारतीयपैरा-बैडमिंटनखिलाड़ी, वर्तमान विश्वविजेता एवंप्रेरक मानसी जोशीने मिलकर 40 राष्ट्रीय विजेताओंऔर लगभग 280 राज्यस्तरीय विजेताओं केनामों कीघोषणा की| इन नेतृत्वकर्ताओंने उत्सवमें अपनेजीवन कीघटनाओं का उल्लेख कर छात्रोंको प्रेरितकिया|
हार्टफुलनेस एजुकेशन ट्रस्ट, जो श्रीरामचंद्र मिशन (SRCM) का एकहिस्सा है, यूनाइटेड नेशन्सइनफार्मेशन सेण्टरफॉर इंडियाएंड भूटान(UNIC)की सहभागिता से युवाओंमें मूल्य-आधारित शिक्षाको जीवनके हिस्सेके रूपमें अपनानेके लिएप्रेरित करनेके उद्देश्य से प्रतिवर्षयह कार्यक्रमआयोजित करताहै| महामारीके बावजूददेश भरके 5000 सेअधिक संस्थानोंके 30000 सेअधिक छात्रोंने अंग्रेजीऔर 10 अन्यभाषाओँ में‘वैचारिकप्रदूषण -सभी बीमारियों का मूल कारण’ तथा ‘धनकी कमी ही निर्धनता नहीं होती’जैसे विषयोंपर निबंध लिखकरइस कार्यक्रमकी निरंतरताको बनाएरखा|
हार्टफुलनेस के मार्गदर्शकश्री कमलेश पटेल (दाजी)ने इसअवसर परबोलते हुएकहा, “हमऐसे वातावरण में रह रहे हैं जो जानकारी के बोझ से दबा हुआ है| हमने मनन, अंतरावलोकन और संवाद की कला को भुला दिया है जिसका गहरा असर युवा पीढ़ी की मानसिकता पर पड़ा है| यह निबंध कार्यक्रम आज के युवाओं में इन मूल्यों को विकसित करने और मूल्यों पर आधारित जीवन जीने के लिए प्रेरित करने का एक प्रयास है| हार्टफुलनेस, शिक्षण के पारंपरिक, स्थायी और असरदार तरीकों को संजोते हुए युवा मन में बुद्धिमत्ता की चिंगारी प्रज्ज्वलित कर रहा है ताकि वे भविष्य में एक बेहतर समाज गढ़ सकें|”
URLife.co.in कीसंस्थापक, अपोलोहॉस्पिटल कीवाईस-चेयरपर्सन(CSR)उपासना कामिनेनी नेकहा, “युवामनों और शैक्षणिकसंस्थानों द्वारा इसमूल्य- आधारित जीवनचर्याको बढ़ावा देनेवाले 28 वर्ष पुरानेआयोजन में निरंतररूचि और लगनबनाए रखना अत्यंत प्रेरणास्पदहै| मनन औरअन्तरावलोकन बेहतर समाजके लिए हीनहीं बल्कि आत्म-कल्याण केलिए भी बहुतजरूरी हैं| मैंआप सभी कोबधाई देती हूँऔर आपके बेहतरभविष्य की कामनाकरती हूँ|”
अभिनव फ्यूचरिस्टिक्स प्राइवेटलिमिटेड केसंस्थापक एवंसीईओ वभूतपूर्व ओलम्पिकविजेता अभिनवबिंद्रा ने कहा, “आज के समययुवा मन कोपैना करने वालेकार्यक्रमों की बहुतजरूरत है| युवाहर क्षेत्र मेंसर्वोत्कृष्ट कर सकें, इसके लिए बेहतरअवसर प्रदान करनाहमारी जिम्मेदारी है| यह कार्यक्रम भीएक ऐसा हीमंच है जहाँलाखों बच्चों कोअपना हुनर दिखानेका अवसर मिलताहै|”
पुलेला गोपीचंद बैडमिंटनअकादमी केचीफ नेशनलबैडमिंटन कोचपुलेला गोपीचंद नेकहा, “उत्कृष्टताकी नींव, चाहेखेलों में होया जीवन में, हमेशा अच्छे गुणोंपर ही रखीजाती है| हमअपने संस्थान मेंकई विश्वस्तरीय बैडमिंटनखिलाड़ी तैयार कर सकेक्योंकि हमारा पूराध्यान शरीर औरमन के अनुशासनपर रहता है| आज के युवाओंको मार्गदर्शन कीआवश्यकता है किअपने लक्ष्य कीतरफ बढ़ने केलिए अपने मनको किस तरहअनुशासित किया जाए|”
भारतीय पैरा-बैडमिंटनखिलाड़ी मानसीजोशी ने कहा, “जब हम अपनेभीतर की ताकतसे सम्बन्ध जोड़नासीख लेते हैंतो जीवन मेंआने वाली चुनौतियोंको आसानी सेपार कर लेतेहैं| हमारे जीवनके शुरुआती वर्षोंमें ही यहतय हो जाताहै कि हमअपनी जन्मजात क्षमताको किस तरहसर्वोच्च स्तर तकले जाएँ| भीतरकी ताकत सेजुड़ने के लिएनिरंतर आत्मावलोकन कीजरूरत होती हैऔर यह जरूरीहै कि इसयोग्यता को जितनीजल्दी हो सके, पा लिया जाए| मुझे ख़ुशी हैकि इस कार्यक्रमके जरिये हार्टफुलनेसइंस्टिट्यूट देश भरके लाखों युवाओंको प्रेरित करने मेंअपना योगदान देरहा है|”
वार्षिक “हार्टफुलनेस निबंधलेखन कार्यक्रम” एक अनूठा कार्यक्रमहै| इसकाआरम्भ सन 1992 में युवाओंएवं भविष्यके नेतृत्वकर्ताओंके मनको मनन, संवाद औरचिंतन केजरिये गढ़नेएवं मूल्यआधारित वैचारिकतासे उनका परिचयकराने केलिए, कियागया था| यह आयोजनअपने मित्रों, शिक्षकों औरअन्य लोगोंसे चर्चाकरके विषयकी गहराईमें जानेके लिए छात्रोंको पर्याप्तसमय देताहै| प्रतिभागीविषय परमनन औरविचार करकेअपनी सोच केआधार परनिबंध कीरूपरेखा तैयारकरते हैं|
हार्टफुलनेस निबंध-लेखन कार्यक्रम’ के राष्ट्रीय स्तर के विजेताओं की सूची | ||||
इंग्लिश श्रेणी 1 | प्रथम पुरस्कार | कु. स्वतंत्रा परमार | कक्षा 12 | सेक्रेड हार्ट हायर सेकेंडरी स्कूल, सीतापुर, उ. प्र. |
द्वितीय पुरस्कार | कु. देवांगना प्रसाद | कक्षा 12 | वेल्हैम गर्ल्स स्कूल, देहरादून, उत्तराखंड | |
तृतीय पुरस्कार | श्री तैयब इस्माइल | कक्षा 10 | शारदा विद्यानिकेतन, मैंगलोर, कर्णाटक | |
इंग्लिश श्रेणी 2 | प्रथम पुरस्कार | कु. मारुकुक्कू सुप्रिया | स्नातक छात्रा | कस्तूरबा गाँधी डिग्री एंड पीजी कॉलेज for वीमेन, मरेडपल्ली, तेलंगाना |
द्वितीय पुरस्कार | श्री बाबूजी दंडीगुंटा | स्नातकोत्तर छात्र | बिट्स पिलानी, नेल्लोर, आन्ध्र प्रदेश | |
तृतीय पुरस्कार | कु. लिएन ईवा सिक्वेरा | स्नातक छात्रा | डॉन बास्को कॉलेज, पंजिम, गोवा | |
हिंदी श्रेणी 1 | प्रथम पुरस्कार | कु. प्रज्ञा जीडी | कक्षा 11 | गोयनका पब्लिक स्कूल, द्वारका, दिल्ली |
द्वितीय पुरस्कार | आश्रय काला | कक्षा 12 | श्री सत्य साईं विद्या मंदिर, इंदौर, म.प्र. | |
तृतीय पुरस्कार | कशिश चालना | कक्षा 11 | ब्लूमिंग डेल्स इंटरनेशनल स्कूल, श्री गंगानगर, राजस्थान | |
हिंदी श्रेणी 2 | प्रथम पुरस्कार | कु. चेतना | स्नातकोत्तर छात्र | अग्रवाल कॉलेज बल्लभगढ़, बल्लभगढ़, हरयाणा |
द्वितीय पुरस्कार | कु. के. एम. श्वेता मिश्रा | स्नातक छात्रा | मनोहरलाल डिग्री कॉलेज फॉर टीचर एजुकेशन, ग्राम- सरोसी, उ. प्र. | |
तृतीय पुरस्कार | कु. हर्षदा श्रवणकुमार | स्नातक छात्रा | विद्या प्रबोधिनी कॉलेज ऑफ़ कॉमर्स, एजुकेशन, कंप्यूटर एंड मैनेजमेंट, बर्देज़, गोवा |
हार्टफुलनेस कार्यक्रम- जीवन में हर तरफ - बदलाव की बयार लाने वाला|
हार्टफुलनेस के बारे में- हार्टफुलनेस ध्यान के सरल अभ्यासों और जीवन शैली में परिवर्तन को सरल ढंग से प्रस्तुत करने वाले इस कार्यक्रम की शुरुआत सबसे पहले बीसवीं सदी के आरम्भ में की गई| भारत के हर ह्रदय में शांति, प्रसन्नता और बुद्धिमत्ता लाने के उद्देश्य से 1945 में श्रीरामचन्द्र मिशन के नाम से यह संस्थान औपचारिक रूप से प्रारंभ हुआ जो बाद में एक आध्यात्मिक शिक्षण केंद्र बन गया| हार्टफुलनेस अभ्यास, योग के आधुनिक रूप हैं तथा एक उद्देश्यपूर्ण जीवन की ओर पहले कदम में ही संतुष्टि, आंतरिक शांति एवं स्थिरता, करुणा, साहस तथावैचारिक स्पष्टता ले आते हैं| ये सरल अभ्यास सभी समुदायों, धर्मों एवं आर्थिक पृष्ठभूमि से जुड़े 15 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लोगों के लिए आसानी से अपनाने योग्य हैं| हजारों स्कूलों और कालेजों में हार्टफुलनेस अभ्यास का प्रशिक्षण लगातार जारी है| विश्व भर से विभिन्न कार्पोरेट्स, शासकीय और अशासकीय प्रतिष्ठानोंके एक लाख से अधिक प्रोफेशनल्स यह ध्यान कर रहे हैं| 160 से अधिक देशों के 5000 से भी अधिक हार्टफुलनेस केन्द्रों में लाखों अभ्यासियों को हजारों स्वयंसेवी प्रशिक्षकों द्वारा प्रशिक्षित किया जा रहा है|
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